फायदे :
• पाचन संस्था सुधारता है ।
• गॅसेस और ऐसीडिटी जैसे समस्या को करता है ।
• अस्वस्थकर और जंक फूड के खिलाफ रक्षण करता है ।
• लिवर को मजबूत बनाता है ।
• पाचन में सुधार करके भूख बढाता है ।
किसके लिए : सुस्त और फॅटी यकृत के लिए । संक्रामक हैपेटाइटिस के लिए । सामान्य यकृत कार्य के लिए ।
मुख्य घटक : रेवनचिनी , कालमेघ , कुतकी , अमालतस , बेहडा , दारुहल्दी , अतेलीफूल , परपाटा , इमली , आवला , हर्द , चित्रकमूल
उम्र व तरीका : ३ साल के आगे कोई भी स्त्री एवं पुरुषो के लिए , दो बड़े चम्मच दिन में दो बार , सुबह नाश्ते के बाद और रात को खाना खाने के बाद या १ कैप्सुल दिन में दो बार खाना खाने के बाद ।